अभिव्यक्ति जाती रही, मन ढँका ही रह गया, अभिव्यक्ति जाती रही, मन ढँका ही रह गया,
कुछ पल के लिए, खुशियों को हम खुद में समा ले कुछ पल के लिए, खुशियों को हम खुद में समा ले
ऐसा तो पहले कभी ना हुआ था किसी ने कभी दिल ना ऐसे छुआ था ऐसा तो पहले कभी ना हुआ था किसी ने कभी दिल ना ऐसे छुआ था